राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान

National Institute of Electronics & Information Technology
(DEEMED TO BE UNIVERSITY - Under Distinct Category)

इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय
भारत सरकार
Emblem of India

कुलपति का संदेश

डॉ. मदन मोहन त्रिपाठी

कुलपति

कुलपति

कुलपति का संदेश

नाइलिट(NIELIT) को 2024 में यूजीसी (स्वायत्त विश्वविद्यालय विनियम, 2023) के तहत विशिष्ट श्रेणी में 'डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी' का दर्जा प्राप्त हुआ है। यह इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत एकमात्र विश्वविद्यालय है। इसका मुख्य परिसर रूपनगर (रोपड़), पंजाब में है, जो चंडीगढ़ से 40 किलोमीटर की दूरी पर चंडीगढ़-जालंधर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित है। नाइलिटडीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी के 11 घटक केंद्र हैं — अगरतला, आइजोल, अजमेर, औरंगाबाद, कोझिकोड, इम्फाल, ईटानगर, कोहिमा, गोरखपुर, पटना और श्रीनगर।

राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (NIELIT), जो इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY), भारत सरकार के प्रशासनिक नियंत्रण में कार्यरत है, आज देश के हर कोने और समाज के सभी वर्गों तक अपनी पहुँच के कारण एक विशिष्ट स्थान रखता है। NIELIT एक पेशेवर परीक्षा निकाय है जो आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स के प्रशिक्षण कार्यक्रमों को मान्यता देता है, विशेष रूप से गैर-औपचारिक शिक्षा क्षेत्र में।

संस्थान आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स, संचार प्रौद्योगिकी, हार्डवेयर, साइबर कानून, साइबर सुरक्षा, बौद्धिक संपदा अधिकार (IPR), जीआईएस, क्लाउड कंप्यूटिंग, ईएसडीएम, ई-गवर्नेंस और संबंधित क्षेत्रों में योग्य मानव संसाधन के विकास में सक्रिय रूप से संलग्न है। यह संस्थान को कौशल विकास और क्षमता निर्माण के क्षेत्र में एक विशिष्ट पहचान प्रदान करता है।

NIELIT ने आईईसीटी (सूचना, इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार प्रौद्योगिकी) के क्षेत्रों में मानक स्थापित करने और उभरते क्षेत्रों में उद्योग की आवश्यकताओं के अनुरूप बाजारोन्मुखी पाठ्यक्रम विकसित करने के प्रयास किए हैं। इसके अलावा, यह राज्य सरकारों और केंद्रीय मंत्रालयों की क्षमता निर्माण पहलों को लागू करने के लिए एक पसंदीदा एजेंसी भी है।

ऑनलाइन उपस्थिति पर विशेष ध्यान देते हुए, NIELIT ने हाल के वर्षों में तकनीक को अपनाया है ताकि हितधारकों, विशेष रूप से छात्रों को, कोर्स पंजीकरण, ई-लर्निंग, ऑनलाइन परीक्षा और डिजिटल प्रमाणपत्र जैसी संपूर्ण सेवाएं एक ही मंच पर उपलब्ध कराई जा सकें। यह प्रक्रिया स्वचालित एसएमएस, ईमेल और आधार-सक्षम डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) योजना से भी जुड़ी हुई है।